How To Calculate Fuel Average Of Car: अगर आप भी यह सोचते हैं कि आपकी कार का माइलेज क्या है, तो आप अकेले नहीं हैं। कई लोग कार के माइलेज को लेकर कन्फ्यूज़ रहते हैं। आपको अक्सर कार के विक्रेता से सुना होगा कि “यह कार 20 किलोमीटर प्रति लीटर माइलेज देती है” या फिर किसी दोस्त से “मेरी कार 15 किलोमीटर प्रति लीटर चलती है” जैसी बातें। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप अपनी कार का माइलेज खुद भी निकाल सकते हैं?
आज हम इस लेख में आपको बताने जा रहे हैं कि कार का माइलेज कैसे निकाले। इसका तरीका बहुत ही सरल है, और आप इसे घर पर आराम से कर सकते हैं। तो चलिए, बिना ज्यादा समय गवाए, शुरू करते हैं।
सबसे पहले माइलेज का मतलब समझते हैं
हम सब जानते हैं कि माइलेज का मतलब होता है कि आपकी कार एक लीटर पेट्रोल या डीजल में कितनी दूरी तय कर सकती है। इसे फ्यूल एफिशिएंसी भी कहा जाता है। उदाहरण के लिए, अगर आपकी कार का माइलेज 15 किलोमीटर प्रति लीटर है, तो इसका मतलब है कि एक लीटर पेट्रोल में आपकी कार 15 किलोमीटर चल सकती है।
अब, ध्यान देने वाली बात यह है कि जब कार निर्माता अपनी कार का माइलेज बताते हैं, तो वह एक ideal condition (आदर्श स्थिति) में होता है। असल में, आपके रोज़ाना के ड्राइविंग और रास्तों के हिसाब से माइलेज थोड़ा ऊपर-नीचे हो सकता है। इसका मतलब यह नहीं है कि वह आंकड़ा गलत है, बस आपके सवार होने और कार की स्थिति के आधार पर इसमें फर्क आ सकता है।
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How To Calculate Fuel Average Of Car
अब हम बात करते हैं कि आप अपनी कार का माइलेज कैसे निकाल सकते हैं। यकीन मानिए, यह बहुत ही आसान है। इसे जानने के बाद आप इसे हर बार अपनी कार के माइलेज को ट्रैक करने के लिए अपनाएंगे। चलिए, इसे एक आसान तरीके से समझते हैं।
- कार का टैंक फुल करें
सबसे पहले, आपको अपनी कार का पेट्रोल या डीजल टैंक फुल करना होगा। ध्यान रखें कि टैंक में जितना भी पेट्रोल या डीजल भरा गया है, वह पूरा भरकर ही करें। कुछ लोग कहते हैं कि आधा टैंक भरकर भी माइलेज निकाला जा सकता है, लेकिन अगर आपको सटीक परिणाम चाहिए तो टैंक को पूरा भरना सबसे सही तरीका है।
जब टैंक भर जाए, तो ध्यान से Odometer reading (जो आपकी कार के डैशबोर्ड पर होती है) को नोट कर लें। यह रीडिंग आपको यह बताएगी कि अब आपकी कार ने कितनी दूरी तय की है।
- कार को कुछ किलोमीटर चलाएं
अब, आपको अपनी कार को अपने Normal Driving Conditions में चलाना होगा। जैसे आप आमतौर पर कार चलाते हैं – कुछ शहर में, कुछ हाईवे पर। यह जरूरी है क्योंकि अगर आप केवल सिटी ड्राइविंग करेंगे या सिर्फ लंबी दूरी की यात्रा करेंगे, तो माइलेज का सही अंदाजा नहीं लगेगा।
आपका ड्राइविंग स्टाइल भी माइलेज पर असर डाल सकता है। अगर आप तेज़ गति से चलाते हैं या बार-बार ब्रेक लगाते हैं, तो माइलेज कम हो सकता है। ऐसे में यह जरूरी है कि आप सामान्य तरीके से ड्राइव करें।
- कार का टैंक फिर से भरवाएं
जब आपकी कार का पेट्रोल या डीजल खत्म हो जाए, तो फिर से टैंक भरवाएं। जब आप फिर से टैंक भरवाएंगे, तो आपको यह देखना होगा कि आपने कितने लीटर पेट्रोल या डीजल डलवाया है। यह आंकड़ा आपको माइलेज निकालने में मदद करेगा।
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कार का माइलेज निकालने का फार्मूला
अब, जो आपने पहले ओडोमीटर की रीडिंग नोट की थी, उससे नई रीडिंग को घटाएं। इस तरीके से आपको पता चलेगा कि आपने कुल कितनी दूरी तय की है। अब उस दूरी को फ्यूल की मात्रा से भाग दें (जो आपने दूसरी बार टैंक भरवाया है)। यह तरीका आपको आपकी कार का सही माइलेज बताएगा।
कार का माइलेज कैसे निकाले एक उदाहरण से समझते हैं:
मान लीजिए आपने अपनी कार का टैंक फुल किया और ओडोमीटर की रीडिंग थी 50,000 किलोमीटर। फिर आपने 500 किलोमीटर की दूरी तय की और टैंक को फिर से भरवाया, और 25 लीटर पेट्रोल डलवाया।
तो, अब हमें माइलेज निकालने के लिए यह फार्मूला इस्तेमाल करना होगा-
माइलेज = तय की हुई कुल दूरी/फ्यूल की खपत (लीटर में)
माइलेज = 500km/ 25 litre,
इस हिसाब से आपकी कार का माइलेज 20 किलोमीटर प्रति लीटर है।
Note: कार का माइलेज निकालने के लिए आप माइलेज कैलकुलेटर का भी उपयोग कर सकते हैं।
कार के माइलेज में अंतर क्यों आता है?
आपने अभी जो माइलेज निकाला, वह एक अनुमान है, और असल माइलेज कई कारणों से थोड़ा ऊपर-नीचे हो सकता है। इसका कारण हो सकता है:
- ड्राइविंग स्टाइल: अगर आप तेज़ गाड़ी चलाते हैं या अक्सर ब्रेक लगाते हैं, तो माइलेज कम हो सकता है। वहीं, अगर आप स्मूद और धीरे-धीरे चलाते हैं, तो माइलेज बेहतर होगा।
- सड़क की स्थिति: यदि आप सिटी में ड्राइव कर रहे हैं, जहां बार-बार ट्रैफिक होता है, तो माइलेज कम हो सकता है। जबकि, हाईवे पर लंबी दूरी तक चलने पर माइलेज बेहतर हो सकता है।
- गाड़ी का रखरखाव: आपकी कार का सही रखरखाव भी माइलेज पर असर डालता है। अगर इंजन सही से काम नहीं कर रहा, टायर्स का प्रेशर सही नहीं है, या एसी जरूरत से ज्यादा चल रहा है, तो भी माइलेज पर बुरा असर पड़ेगा।
कार का माइलेज बढ़ाने के लिए कुछ टिप्स
अगर आप भी अपनी कार का माइलेज बेहतर करना चाहते हैं तो नीचे दी गयी टिप्स को फॉलो करें –
- टायर्स की हवा सही होना चाहिए, क्योंकि कम हवा वाले टायर्स से गाड़ी ज्यादा फ्यूल खाती है ये तो आपको भी पता होगा।
- तेज़ी से कार ड्राइविंग से बचें क्योंकि जब आप धीरे-धीरे और स्मूदली कार चलाते हैं, तो कार का इंजन ज्यादा प्रभावी तरीके से काम करता है, जिससे फ्यूल कम खपत होता है।
- ज्यादा वजन वाली चीज़ों को कार में न रखें, क्योंकि इससे कार को ज्यादा ताकत लगानी पड़ती है और माइलेज घटता है।
- अगर आप अपनी कार का नियमित रूप से सही तरीके से ख्याल रखते हैं और समय-समय पर सर्विस करवाते हैं, तो माइलेज भी बेहतर होता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
तो, अब आपको समझ में आ गया होगा कि कार का माइलेज कैसे निकाले। यह कोई कठिन काम नहीं है, और इसे आप आसानी से घर पर कर सकते हैं। बस कुछ फार्मूला लगाना है और आप अपनी कार का माइलेज आसानी से जान सकते हैं और उसे बेहतर बनाने के लिए कुछ उपाय भी कर सकते हैं।
क्या ड्राइविंग स्टाइल से माइलेज पर फर्क पड़ता है?
हां, तेज़ ड्राइविंग और बार-बार ब्रेक लगाने से माइलेज कम हो सकता है। स्मूद और धीरे-धीरे ड्राइव करने से माइलेज बेहतर होता है।
क्या हाईवे पर ड्राइविंग में माइलेज ज्यादा होता है?
हां, हाईवे पर ड्राइविंग में कम ट्रैफिक होता है और कार स्मूदली चलती है, जिससे माइलेज बेहतर होता है।
क्या गाड़ी में ज्यादा वजन रखना माइलेज को कम कर देता है?
हां, ज्यादा वजन से गाड़ी को ज्यादा ताकत लगानी पड़ती है, जिससे माइलेज घटता है।