ब्रज की होली क्या है और यह इतनी खास क्यों है?

ब्रज की होली कई अलग-अलग तरीकों से खेली जाती है, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:

बरसाना में महिलाएं पुरुषों पर लाठियों से प्रहार करतीैं, जबकि पुरुष खुद को ढाल से बचाते हैं।

लट्ठमार होली

वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में फूलों से होली खेली जाती है।

फूलों वाली होली

हुरंगा होली का एक उत्साहपूर्ण रूप है, जहां भक्त एक-दूसरे पर रंग और पानी डालते हैं।

हुरंगा (मथुरा और गोकुल)

गोकुल में छड़ीमार होली खेली जाती है, जहां लाठियों और छड़ियों से होली खेलने की परंपरा है।

छड़ीमार होली (गोकुल)

दाऊजी मंदिर में हुरंगा का आयोजन होता है, जहां भक्त एक-दूसरे पर रंग डालते हैं।

दाऊजी का हुरंगा (बलदेव)

मंदिरों में भक्तगण भगवान कृष्ण की भक्ति में डूबकर होली मनाते हैं।

भजन और कीर्तन